टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए लोन

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री में बिजनेस करना वाले कारोबारी अक्सर बिजनेस लोन की तलाश में रहते हैं। क्योंकि इस इंडस्ट्री में बिजनेस का संचालन करने के लिए नियमित तौर पर धन की जरुरत होती है। कई बार जब पेमेंट मिलने में देरी होती है तो कारोबारी बिजनेस लोन का साहारा लेते है। अगर आप भी बिजनेस लोन की तलाश में हैं तो आपको जानकारी के लिए बता दें कि एनबीएफसी कंपनी ZipLoan से बिजनेस का संचालन करने के लिए 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन, सिर्फ 3 दिन* में मिलता है।

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Ziploan व्यवसायों के लिए लोकप्रिय लोनदाता है।

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न्यूनतम कागजात

बैलेंस शीट की जरूरत नहीं है

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प्री-पेमेंट चार्जेंस फ्री

6 EMI का भुगतान करने के बाद

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सिर्फ 3 दिन* में बिजनेस लोन

रकम आपके बैंक खाते में

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए लोन की आवश्यकता

यह सच है कि भारत की टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री बहुत व्यापक है लेकिन इसी के साथ यह भी सत्य है कि भारत में अधिकतर टेक्सटाइल्स उद्यम सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम यानी एमएसएमई सेक्टर में आते हैं। एमएसएमई सेक्टर में फंड की समस्या जगजाहिर है।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम यानी एमएसएमई सेक्टर के कारोबारियों को कभी पेमेंट समय नहीं मिलता है तो कभी नई मशीनरी खरीदने के लिए फंड नहीं जुट पाता है। इन्हीं कारणों के चलते बहुत से एमएसएमई कारोबारी अपना बिजनेस भी बंद कर देते हैं।

लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल सेक्टर (एनबीएफसी) की प्रमुख कंपनी ZipLoan द्वारा एमएसएमई कारोबारियों को और टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री सेक्टर के कारोबारियों को 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन* में प्रादान किया जाता है।

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए ZipLoan से बिजनेस लोन

कपड़ा सेक्टर में बिजनेस करने वाले कारोबारियों का अपना बिजनेस चलाने में किसी तरह की आर्थिक दिक्कत ना आये और एमएसएमई कारोबारी अपना कारोबार सहज तरीके से करते रहें इसलिए ZipLoan द्वारा बहुत आसान पात्रता और बेसिक कागजातों पर 7.5 लाख रुपये तक का एमएसएमई लोन प्रदान किया जाता है।

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए बिजनेस लोन की पात्रता

  • कारोबार 2 साल से अधिक पुराना होना चाहिए।
  • बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख रुपये से अधिक होना चाहिए।
  • रेगूलर 2 साल तक आईटीआर फाइल होना चाहिए। पिछले साल फाइल की गई आईटीआर 1.5 लाख रुपये से अधिक की होना चाहिए।
  • घर या बिजनेस की जगह में से कोई एक खुद कारोबारी के नाम पर या किसी बल्ड रिलेटिव के नाम पर होना चाहिए।
  • बिजनेस और घर की जगह अलग – अलग होना चाहिए।

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए बिजनेस लोन के लिए जरुरी कागजात

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पिछले 9 महिना की बैंक स्टेटमेंट
  • घर या बिजनेस की जगह में से किसी एक का मालिकाना हक का प्रुफ। यह किसी बल्ड रिलेटिव के नाम पर होगा तो भी मान्य किया जाता है।

ZipLoan से बिजनेस लोन लेने का लाभ

  1. टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए ZipLoan से बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन मिलता है।
  2. ZipLoan से मिलने वाला बिजनेस लोन 6 महिना बाद प्री पेमेंट चार्ज फ्री यानी फोर क्लोजर चार्ज फ्री होता है।
  3. न्यूनत्तम पात्रता पर और बेसिक कागजातों पर टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री के लिए ZipLoan से बिजनेस लोन मिलता है।
  4. 12 महिना से लेकर 36 महिना तक की ईएमआई पर बिजनेस लोन मिलता है।
  5. EMI का भुगतान तय समय पर करने वाले ग्राहकों को टॉप-अप लोन की सुविधा मिलती है।

ZipLoan द्वारा बिजनेस लोन देने का डिसीजन सिर्फ ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर नहीं करके ZipLoan की एक अलग क्रेडिट स्कोर पॉलिसी ZipScore के आधार पर किया जाता है। ZipScore में 2 सालों की ITR, सिबिल स्कोर और बिजनेस प्रॉफिट मार्जिन को शामिल करके तैयार किया जाता है। जिससे कारोबारियों को लोन मिलने का चांसेज बढ़ जाता है।

भारत में टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री

टेक्सटाइल’ शब्द लैटिन शब्द ‘टेक्सरे‘ से लिया गया है जिसका अर्थ है बुनाई करना। यहां बुनाई का अर्थ कपड़ों की बुनाई से है। मतलब जिस इंजस्ट्री में कपड़ों से संबंधित कार्य जैसे कपड़ा बनाना, कपड़ों की सीलाई कारना, कपड़ों की रंगाई करना और कपड़ों की बिक्री करना इत्यादि कार्य होते हैं वह सभी टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री में आता है।

भारत टेक्सटाइल इंडस्ट्री में बिजनेस करने के लिए बहुत ही सहज है। भारत देश एक सतरंगी देश है। मतलब यहां पर विविधता समाई हुई है। एक साल के भीतर चार मौसम होता है। सभी मौसम के लिए अलग – अलग कपड़ों की आवश्यकता होती है। इस लिहाज से देखा जाये तो भारत में कपड़ा उद्योग में बिजनेस करना बहुत ही फायदा वाली बात है।

टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री कितनी बड़ी है?

इस बात का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री का भारत के समेकित विकास दर यानी जीडीपी में 2.3 का योगदान है। इस इंडस्ट्री कितनी बड़ी है, यह इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में जितना भी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन होता है, उसमें 13% प्रोडक्शन का योगदान अकेले टेक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज का होता है।

कुल 13% इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के साथ ही भारत के कुल एक्सपोर्ट में भी टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री का अहम योगदान है। कुल एक्सपोर्ट में भी टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री का 12% की हिस्सेदारी है। इसके अलावा ग्लोबल टेक्सटाइल मार्केट साइज की बात करें तो वह 4.24% CAGR के साथ 2025 तक 1.23 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।

एक अनुमान के अनुसार 2024-25 तक भारत के टेक्सटाइल एक्सपोर्ट की वैल्यू 300 बिलीयन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। और इस तरह वर्ल्ड मार्किट शेयर में भारत 5% की हिस्सेदारी से बढ़कर 15% की हिस्सेदारी की दखल देगा।

बुनियादी समस्याओं का हल

राम यादव

मैं बारह वर्षों से अपना कारोबार चला रहा हूं लेकिन अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए सक्षम नहीं था। मैंने Ziploan में आवेदन किया और उन्होंने मेरे लोन आवेदन को बहुत ही कम समय में मंजूरी दे दी।

कंचन लता

मैंने अपने कारोबार की ज़रूरतों के लिए ZipLoan से संपर्क किया। कंपनी से लोन पाने की शर्तें पूरा करना आसान था। उन्हें सिर्फ 1 साल का ITR और बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख तक की जरूरत थी।

क्या आप भी ZipLoan के मदद से अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए तैयार हैं?