प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का उद्देश्य
इस योजना को पीएम रोजगार योजना भी कहते हैं। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के लिए नेशनल लेवल पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) नोडल एजेंसी के तौर पर कार्य करता है। स्टेट लेवल पर राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIB) और जिला स्तर पर जिला उद्योग केंद्र (DIC) प्रधानमंत्री रोजगार योजना के लिए नोडल एजेंसी के तौर कार्य करते हैं।
पीएम रोजगार योजना का उद्देश्य स्वरोजगार को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहन देना है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए युवाओं को खुद का बिजनेस करने के लिए बिजनेस लोन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम (REGP) क्या है?
भारत को गाँवों का देश कहा जाता है। लेकिन वर्तमान में हालात बदल गये हैं। गाँवों के युवा रोजगार की तलाश में अपना गाँव छोड़कर शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं। ऐसे में गाँव उजाड़ होते जा रहे हैं। सरकार की मंशा है कि गाँव के युवा अपने इलाके में ही रहकर जीविकापार्जन करें। जिससे कि गाँव गुलजार रहे और ग्रामीण युवाओं को शहरों की तरफ पलायन भी न करना पड़े।
सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करना चाहती है। केंद्र सरकार ग्रामीण युवाओं को खुद का स्वरोजगार करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम - Rural employment generation program (REGP) शुरु किया गया है।
जो ग्रामीण युवा अपने क्षेत्र में ही अपना स्वरोजगार शुरु करना चाहते हैं, उनकों इस सरकारी योजना के तहत अधिकतम 5 लाख रुपये का बिजनेस लोन, बिना कुछ गिरवी रखे मुहैया कराया जाता है। बिजनेस लोन की स्वीकृति जिला उद्योग केंद्र (DIC) के जरिये होती है।
ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम (REGP) का उद्देश्य
ग्रामीण रोज़गार कार्यक्रम की शुरुवात ग्रामीण गरीबी और बेरोज़गारी को खत्म करने के लक्ष्य को लेकर वर्ष 1980 में हुई थी। ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम उद्देश्य ग्रामीण बेरोज़गार श्रमिकों के लिए ग्रामीण स्वरोजगार जैसे कि मछली पालन, सौर उर्जा (सोलर सिस्टम) प्लांट लगाना और पशुओं के लिए चारा विकास प्लांट लगाना था। इस तरह के स्वरोजगार को चुनने वाले युवा/श्रमिकों को आर्थिक मदद के तौर पर सरकारी लोन मिलने की व्यवस्था केन्द्र सरकार द्वारा की गई है।
ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम (REGP) की विशेषताएं
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार सृजन सुनिश्चित करेगा।
- ग्रामीण स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना।
- गाँव के युवाओं को गाँव के पास ही रोजगार सुनिश्चित करना।
- स्वरोजगार शुरु करने के लिए बेहद कम ब्याज दर पर लोन की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- यह सुनिश्चित करना कि गाँवों से युवाओं का पलायन कम हो सके या रुक जाए।
ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम (REGP) की पात्रता
Rural employment generation program (REGP) यानी ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम का लाभ प्राप्त करने के लिए वह सभी भारतीय नागरिक पात्र हैं, जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है।
ग्रामीण रोज़गार सृजन कार्यक्रम (REGP) के लिए जरूरी कागजात
- भरा हुआ ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम का फॉर्म
- पहचान पत्र के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या कोई भी ऐसा पहचान पत्र जिसे सरकार ने जारी किया हो
- निवास प्रमाण पत्र जिसे सरकार ने जारी किया हो, जैसे: आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या तहसील से जारी किया गया निवास प्रमाण पत्र
- अगर आरक्षित जाति से हों तो जाति प्रमाण पत्र
- जो स्वरोजगार शुरु करना चाहते हों उसका प्रोजेक्ट रिपोर्ट (इसमें विवरण देना होता है कि कौन सा बिजनेस शुरु करने के जा रहे हैं। इस बिजनेस में कुल कितना खर्च आएगा और कहां – कहां खर्च करना होगा इत्यादि)
- अपने ग्राम प्रधान से जारी करवाया गया ग्रामीण प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
लोन कहां से मिलेगा?
सभी जरूरी कागजातों को इक्कठा करने के बाद जिला उद्योग कार्यालय में फॉर्म को जमा करना होता है। अगर जिला उद्योग कार्यालय से फॉर्म पास हो जाता है और लोन स्वीकृत हो जाता है तो निम्न वित्तीय संस्थाओं में से किसी एक से लोन मिल सकता है।
- 27 सरकारी बैंक
- सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
- सहकारी बैंक
- लिस्टेड प्राइवेट बैंक
- लघु उद्योग विकास बैंक
ZipLoan से मिलता है सिर्फ 3 दिन* में बिजनेस लोन
नॉन बैंकिंग फाइनेशियल कंपनी ZipLoan द्वारा कारोबारियों की सुविधा के लिए 7.5 लाख तक का बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन* में दिया जाता है। ZipLoan देश में प्रमुख ऐसी फिनटेक कंपनी है।
ZipLoan द्वारा अधिक से अधिक कारोबारियों को लोन देने के लिए बहुत आसान पात्रता मापदंड बनाया गया है। साथ ही बेहद कम कागजी दस्तावेजों की मांग की जाती है।
ZipLoan से बिजनेस लोन पाने की पात्रता
- बिजनेस 2 साल से पुराना हो
- बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख से अधिक हो
- पिछले साल भरी गई आईटीआर 1.5 लाख से अधिक हो
- घर या बिजनेस की जगह में से कोई एक खुद के नाम पर हो (घर या बिजनेस की जगह में से कोई एक अगर पति – पत्नी, माता – पिता, पुत्र – पुत्री, भाई – बहन के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है।)
बिजनेस लोन के लिए निम्न कागजातों की जरूरत पड़ती है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पिछले 9 महीने का बैंक स्टेटमेंट
- पिछले साल की फाइल आईटीआर की कॉपी
- घर या बिजनेस की जगह में से किसी एक के मालिकाना हक का प्रूफ। (घर या बिजनेस की जगह में से कोई एक अगर पति – पत्नी, माता – पिता, पुत्र – पुत्री, भाई – बहन के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है।)
ZipLoan से बिजनेस लोन लेने के फायदें
- बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन* में मिल जाता है।
- बिजनेस लोन के लिए कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।
- 6 महीने बाद प्री पेमेंट चार्जेस फ्री यानी जब कोई कारोबारी 6 महीने के बाद लोन इक्कठे वापस करना चाहे तो कर सकता है, इसके लिए कोई एक्स्ट्रा चार्ज नही देना पड़ता है।
- ऑनलाइन प्रोसेस: ZipLoan से बिजनेस लोन लेने का सभी प्रोसेस ऑनलाइन है। आवेदन करने से लेकर जरूरी कागजात जमा करने तक सभी कुछ ऑनलाइन ही होता है।