अपने लघु व्यवसाय के लिए कार्यशील पूंजी कैसे ढूंढ़ें?
किसी भी बिजनेस का वर्किंग कैपिटल निकालना बहुत आसान है। बस इसके लिए मान्य फ़ॉर्मूले का उपयोग करना आना चाहिए। किसी भी व्यवसाय का कार्यशील पूंजी निकालने का सूत्र निम्न होता है:
Working Capital (वर्किंग कैपिटल) = Current Assets (करंट एसेट्स) – Current Liabilities (करंट लायबिलिटीज)
मतलब बिजनेस की वतमान संपत्ति में से बिजनेस की वर्तमान देनदारी निकाल देने पर जो रकम बचती है, वही किसी भी व्यवसाय की कार्यशील पूंजी होती है।
आइये अब बिजनेस की वर्तमान संपत्ति और वर्तमान देनदारियों को समझ लें, जिससे वर्किंग कैपिटल समझने से आसानी होगी।
वर्तमान संपत्ति (CURRENT ASSET – करंट एसेट) से मलतब है – नगद, बैंक बैलेंस (CASH, BANK BALANCE) ग्राहकों से प्राप्त होने वाली बकाया राशी, बिकने से बचे हुए माल का स्टॉक, और तैयार माल इत्यादि।
वर्तमान देनदारी (CURRENT LIABILITIES – करेंट लाईबिलितिज) से मतलब है – सप्लायर्स (SUPPLIER) और अन्य लोगो को दी जाने वाली बकाया धनराशी, बिजनेस लोन की EMI इत्यादि।
इसे और सिंपल तरीके से समझते हैं: मान लीजिए, आपके पास 10,00,000 की वर्तमान संपत्ति और वर्तमान देनदारी यानी बकाया 8,00,000 हो तो इस स्थिति में आपके पास 2,00,000 रुपये वर्किंग कैपिटल इन हिंदी कार्यशील पूंजी बनता है।
वर्किंग कैपिटल इन हिंदी कार्यशील पूंजी आपके द्वारा कम समय की देनदारियों का हिसाब रखने के बाद आपके द्वारा छोड़ी गई नगद रकम का माप है। कार्यशील पूंजी दो तरह के होते हैं। पॉजिटिव और नेगेटिव वर्किंग कैपिटल यानी सकारात्मक और नकारात्मक कार्यशील पूंजी।
पॉजिटिव वर्किंग कैपिटल: जब कारोबारी बिजनेस की वर्तमान संपत्ति में से बिजनेस के ऊपर वर्तमान देनदारी निकालता है। इसके बाद भी कारोबारी के पास इतना पैसा बच जाता है, जिससे वह अपना बिजनेस आराम से चला सकता है। बिजनेस की दैनिक जरूरतों को पूरा कर सकते है, तो इस स्थिति को हम पॉजिटिव वर्किंग
कैपिटल यानी सकारात्मक कार्यशील पूंजी कहते हैं।
नेगेटिव वर्किंग कैपिटल: जब कारोबारी बिजनेस की वर्तमान संपत्ति में से बिजनेस का वर्तमान बकाया यानी देनदारी घटाता है और इसके बाद कारोबारी के पास कुछ नहीं बचता हैं तो इस स्थिति को हम नेगेटिव वर्किंग कैपिटल यानी नकारात्मक कार्यशील पूंजी कहते हैं।
जब किसी कारोबारी के बिजनेस में नकारात्मक कार्यशील पूंजी यानी नेगेटिव वर्किंग कैपिटल हो, तो उन्हें बिना देर किये तुरंत वर्किंग कैपिटल लोन के लिए अप्लाई कर देना चाहिए।
ZipLoan से मिलता है सिर्फ 3 दिन* में वर्किंग कैपिटल लोन
देश की प्रमुख नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) ZipLoan द्वारा एमएसएमई कारोबारियों को 5 लाख तक का बिजनेस लोन, बिना कुछ गिरवी रखे, सिर्फ 3 दिन* में दिया जाता है। ZipLoan से मिलने वाला बिजनेस लोन 6 महीने बाद प्री – पेमेंट फ्री होता है।
ZipLoan द्वारा कारोबारियों के लिए समय का महत्व समझा जाता है इसलिए अधिक कागजी दस्तावेजों की मांग नहीं की जाती है बल्कि सिर्फ 4 कागजी दस्तावेजों पर बिजनेस लोन मुहैया कराया जाता है। जिन कागजी दस्तावेजों की मांग की जाती है वह लिस्ट निम्न है:
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- पिछले 9 महीने का बैंक स्टेटमेंट। (करेंट बैंक अकाउंट)
- पिछले साल फाइल की गई आईटीआर की कॉपी
- घर या बिजनेस की जगह में से किसी एक का मालिकाना प्रूफ की कॉपी। (यह खुद के नाम पर, माता – पिता के नाम पर, पति – पत्नी के नाम पर, भाई – बहन के नाम पर, पुत्र – पुत्री के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है)
कई ऐसे कोरोबारी होते हैं जो कई बार दूसरी कंपनियों और बैंकों से बिजनेस लोन पाने के लिए पात्र नहीं होते हैं। ऐसे कहीं ऐसा न हो कि कारोबारी अधिक पात्रता मापदंडो के चलते बिजनेस लोन से वंचित न रह जाये इसीलिए ZipLoan द्वारा बिजनेस लोन के लिए बेहद आसान पात्रता निर्धारित किया गया है। पात्रता निम्न है:
- बिजनेस दो साल से अधिक पुराना हो
- बिजनेस का सालाना टर्नओवर 5 लाख से अधिक हो
- बिजनेस के लिए सालाना आईटीआर डेढ़ लाख से अधिक की फाइल की जाती हो
- बिजनेस या घर की जगह में से कोई एक खुद कारोबारी के नाम पर हो। (यह खुद के नाम पर, माता – पिता के नाम पर, पति – पत्नी के नाम पर, भाई – बहन के नाम पर, पुत्र – पुत्री के नाम पर हो तो भी मान्य किया जाता है)
ZipLoan से बिजनेस लोन लेने का लाभ
- तत्काल बिजनेस लोन मिलता है
- बेहद कम कागजी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है
- बिजनेस लोन बिना कुछ गिरवी रखे मिलता है
- 6 महीने बाद बिजनेस लोन प्री – पेमेंट चार्जेस फ्री होता है
- 9 EMI जमा होने के बाद कारोबारी 7.5 लाख तक का बिजनेस लोन पाने के लिए पात्र होता है