स्टैंड अप इंडिया स्कीम क्या है? और रजिस्ट्रेशन कैसे होता है?
केन्द्र में जबसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी है यानी 2014 के बाद देश में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरु की गई हैं।
एक तरफ मुद्रा लोन योजना के जरिये एमएसएमई सेक्टर के कारोबारियों को 10 लाख तक का बिजनेस लोन बिना कुछ गिरवी रखे दिया जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ समाज में उन तबकों के लिए विशेष बिजनेस लोन योजना शुरु की गई है जो लोग बिजनेस बढ़ाने में खुद से सक्षम नही है।
देश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला कारोबारियों को आर्थिक मदद करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा स्टैंड अप इंडिया लोन योजना चलाई जा रही है।
5 अप्रैल, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के मुख्य लाभार्थी देश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिला कारोबारी हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केन्द्र सरकार का जोर इज ऑफ़ डूइंग बिजनेस पर है। इसी के तहत कारोबारियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
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क्या है स्टैंड अप इंडिया लोन योजना?
इस योजना में दो शब्द बहुत महत्वपूर्ण हैं- स्टैंड अप और इंडिया यानी भारत को खड़ा करने की बात की जा रही है। चूँकि हमारे देश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिला कारोबारी इतना सक्षम नही होते हैं कि वह अपना कारोबार खुद से बढ़ा सके इसीलिए केन्द्र सरकार द्वारा स्टैंड अप इंडिया लोन योजना शुरु की गई है।
स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के तहत लाभार्थी श्रेणियों के कारोबारियों को एक नया कारोबार शुरु करने के लिए 10 लाख से लेकर 1 करोड़ तक का बिजनेस लोन दिया जाता है।
आपको बता दें कि कारोबारियों को फाइनेंशियल सहायता खुद का बिजनेस शुरु करने के लिए दिया जाता है। बैंक से पैसे पाने के लिए या पैसे की वापसी के लिए कारोबारियों को एक रुपे डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा जिसके जरिये कारोबारी अपना बिजनेस स्थापित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि स्टैंड अप इंडिया लोन का इस्तेमाल मैनुफैक्चरिंग बिजनेस के लिए होना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर दो लोग मिलकर स्टैंड अप इंडिया लोन लेना चाहते हैं तो उनमे से एक व्यक्ति अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति या महिला होनी चाहिए और उनकी कारोबार में 51% हिस्सेदारी होनी चाहिए।
जिन कारोबारियों को स्टैंड अप इंडिया लोन की जरूरत है उनको सबसे पहले स्टैंड अप इंडिया की वेबसाइट पर जाना होगा। स्टैंड अप की वेबसाइट है- https://www.standupmitra.in/ इस वेबसाइट पर जाने के बाद सबसे पहला काम होना चाहिए एलिजिबिलिटी चेक करने का।
एलिजिबिलिटी जांचने के बाद स्टैंड अप इंडिया की वेबसाइट से ही यह जान लेना चाहिए कि स्टैंड अप इंडिया लोन के किन किन कागज़ी दस्तावेजों की जरूरत पड़ने वाली है। इसके बाद नेक्स्ट प्रक्रिया का पालन करना होता है।
स्टैंड अप इंडिया लोन योजना की पात्रता – एलिजिबिलिटी
अप्लाई करने वाला/वाली कारोबारी SC/ST या महिला होनी चाहिए।
एप्लिकेंट की उम्र 18 साल से अधिक होना जरूरी है।
कारोबार ग्रीन फील्ड एरिया में होना चाहिए।
जिस कारोबार के लिए लोन चाहिए वह सर्विस सेक्टर का हो या मैनुफैक्चरिंग सेक्टर का हो।
आवेदक किसी भी बैंक-वित्तीय संस्था से डिफ़ॉल्टर नहीं होना चाहिए।
स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के लिए जरूरी कागज़ी दस्तावेज
पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, निवास प्रमाण पत्र इत्यादि में से कोई एक) जाति प्रमाण पत्र (महिलाओं के लिए जरूरत नही है)
रेंट एग्रीमेंट (यदि किराए पर व्यावसायिक परिसर है तब)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से क्लीयरेंस प्रमाण पत्र (जरुरत हो तो)
प्रिजेक्ट रिपोर्ट (परियोजना रिपोर्ट)
स्टैंड अप इंडिया लोन के लिए कैसे अप्लाई करें?
आपको बता दें कि स्टैंड अप इंडिया लोन सभी बैंक की ब्रांच से मिलता है। अप्लाई करने के लिए अपने नजदीकी बैंक ब्रांच से संपर्क करें। अगर आप ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं तो स्टैंड अप इंडिया की वेबसाइट https://www.standupmitra.in/पर जानकार सीधे ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं।
5 अप्रैल, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के मुख्य लाभार्थी देश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिला कारोबारी हैं।
स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत महिलाओं को कितने वर्षों के लिए लोन लिया जाता है?
स्कीम के तहत लिए गए कर्ज को 7 साल में लौटाना पड़ता है. इसमें 18 महीने की मोरेटोरियम की अवधि रहती है. इस स्कीम के तहत 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है. स्टैंड-अप इंडिया स्कीम की शुरुआत 2016 में हुई थी
स्टैंड अप इंडिया योजना क्या है?
स्टैंड अप इंडिया लोन योजना अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग, जनजातियों और महिला उद्यमियों के लिए भारत सरकार द्वारा एक नई पहल है। ये मूल रूप से देश के निचले वर्गों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक लोन योजना है। स्टैंड अप इंडिया योजना अनुसूचित जाति-जनजाति और महिलाओं के बीच उद्यमशीलता और रोजगार को बढ़ावा देता है।
स्टैंड अप इंडिया मिशन का उद्देश्य क्या है?
स्टैंड-अप इंडिया योजना का उद्देश्य बैंक की प्रत्येक शाखा से कम से कम एक अनुसूचित जाती (अजा) या अनुसूचित जनजाती(अज) एवं एक महिला उद्यमी द्वारा ग्रीनफील्ड परियोजना की स्थापना करने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रु तक के ऋण की सुविधा प्रदान करना है. यह उद्यम विनिर्माण, सेवा या व्यापार क्षेत्र के हो सकते है
बुनियादी समस्याओं का हल
राम यादव
मैं बारह वर्षों से अपना कारोबार चला रहा हूं लेकिन अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए सक्षम नहीं था। मैंने Ziploan में आवेदन किया और उन्होंने मेरे लोन आवेदन को बहुत ही कम समय में मंजूरी दे दी।
कंचन लता
मैंने अपने कारोबार की ज़रूरतों के लिए ZipLoan से संपर्क किया। कंपनी से लोन पाने की शर्तें पूरा करना आसान था। उन्हें सिर्फ 1 साल का ITR और बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख तक की जरूरत थी।
बाबू लाल
मैंने हमेशा सोचता था कि लोन और क्रेडिट सुविधाएं केवल बड़े कारोबार के साथ बड़े व्यवसायों के लिए उपलब्ध होती हैं। मैंने कभी सोचा नहीं कि मैं भी बिजनेस लोन के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए सक्षम होऊंगा। Ziploan मेरे जैसे छोटे व्यवसायों के लिए वरदान है।
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